नई हिंदी शायरी | New Hindi Shayari
All shayari ar generated by deepseek AI
प्यार और मौजूदगी | Love and Presence
तुम्हारी हंसी की आवाज़ सुन लूं,
बस इतनी सी है दुआ मेरी,
जिंदगी भर के लिए नहीं मांगता,
बस हर सुबह तुम्हारा साथ मिल जाए।
बस इतनी सी है दुआ मेरी,
जिंदगी भर के लिए नहीं मांगता,
बस हर सुबह तुम्हारा साथ मिल जाए।
ज़िंदगी का सफर | Life's Journey
रास्ते बदल गए, मंजिलें बदल गईं,
हर मोड़ पर एक नया सबक मिला,
जिंदगी ने सिखाया ये सच है,
कि खोकर ही कुछ पाने का मज़ा आता है।
हर मोड़ पर एक नया सबक मिला,
जिंदगी ने सिखाया ये सच है,
कि खोकर ही कुछ पाने का मज़ा आता है।
अंदर की ताकत | Inner Strength
दुनिया की हवाओं ने झकझोरा बहुत,
इस दिल के पेड़ को गिरने नहीं दिया,
अंदर की जड़ें थी जो मजबूत इतनी,
तूफां भी हार गया, और हम जीत गए।
इस दिल के पेड़ को गिरने नहीं दिया,
अंदर की जड़ें थी जो मजबूत इतनी,
तूफां भी हार गया, और हम जीत गए।
आधुनिक रिश्ते | Modern Relationships
मोबाइल की स्क्रीन पर चलती है बातें,
दिल की धड़कनें अब 'टाइपिंग...' में छुपी हैं,
प्यार वही, जज़्बात वही, पर रवैया नया है,
हम 'ऑनलाइन' हो गए हैं, 'ऑनलाइफ' नहीं रहे।
दिल की धड़कनें अब 'टाइपिंग...' में छुपी हैं,
प्यार वही, जज़्बात वही, पर रवैया नया है,
हम 'ऑनलाइन' हो गए हैं, 'ऑनलाइफ' नहीं रहे।
उम्मीद | Hope
अंधेरी रातों ने सिखाया है एक सबक,
कि सबसे चमकते हैं तारे घने अंधेरों में,
इसलिए हार न मानना कभी भी ऐ दोस्त,
अपनी किस्मत खुद लिखते हैं हिम्मत वालों में।
कि सबसे चमकते हैं तारे घने अंधेरों में,
इसलिए हार न मानना कभी भी ऐ दोस्त,
अपनी किस्मत खुद लिखते हैं हिम्मत वालों में।
खुद से प्यार | Self-Love
मैंने सीख लिया है अब खुद को संभालना,
दूसरों के सहारे की उम्मीद छोड़ दी,
ये जिंदगी मेरी है, ये फैसले मेरे हैं,
अपनी धूप में अब मैं खिलना सीख गया।
दूसरों के सहारे की उम्मीद छोड़ दी,
ये जिंदगी मेरी है, ये फैसले मेरे हैं,
अपनी धूप में अब मैं खिलना सीख गया।
आगे बढ़ना | Moving On
उनकी यादों के पन्ने अलबम में बंद कर दिए,
अब नए सफ़हे लिखने का वक्त आ गया है,
जो बीत गया सो बीत गया, अफसोस किस बात का,
अब नई कहानी शुरू करने का मन कर गया है।
अब नए सफ़हे लिखने का वक्त आ गया है,
जो बीत गया सो बीत गया, अफसोस किस बात का,
अब नई कहानी शुरू करने का मन कर गया है।
खामोशी | Silence
कुछ कहने की ज़रूरत नहीं हर बार,
खामोशी भी एक ज़बां होती है,
चुप रहकर भी दिल-दिल की बात कह देते हैं,
आँखें बोल पड़ती हैं जब जुबां नहीं होती है।
खामोशी भी एक ज़बां होती है,
चुप रहकर भी दिल-दिल की बात कह देते हैं,
आँखें बोल पड़ती हैं जब जुबां नहीं होती है।
Comments
Post a Comment